बाल कहानी
कहानी _ (टिंकू और मोबाईल) एक गाँव में टिंकू नाम का लड़का रहता था। जो बहुत ही चालाक एवं होशियार था। वह अपना सभी काम समय पर किया करता था। वह बहुत ही लगनशील एवं परिश्रमी भी था।रोज सुबह सवेरे जग जाता और अपना सभी काम समय पर कर लेता । खुद खाना बनाता और खाकर विद्यालय चला जाता। वह हमेशा नियमित समय पर विद्यालय जाता था तथा अपना सभी गृह कार्य को भी पूरा कर लिया करता था। जिसके कारण उसे सभी शिक्षकों का बेहद स्नेह मिलता था। और, वह पूरे विद्यालय में अव्वल आता था। लेकिन फिर भी उसे तनिक भी घमंड नहीं था। वह अपने सभी दोस्तों के साथ खूब मौज मस्ती करता और सभी के साथ अच्छा व्यवहार करता था। एक दिन की बात है जब वह विद्यालय से घर को लौट रहा था तो उसे सड़क के किनारे एक डब्बा मिला। पहले तो वह उस डब्बा को छूने से डर रहा था क्योंकि उसे विद्यालय में एक दिन बताया गया था कि बाहर पड़ी डिब्बे या खिलोने को नहीं उठाना चाहिए क्योंकि उस डब्बे या खिलोने के अंदर बम हो सकता है। जिससे तुम्हारी जान जा सकती है।और, इसी बीच उसने शिक्षक से प्रश्न भी किया था कि -"बम क्या होता है और यह कैसे फटता है ?" ले